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Wednesday, September 13, 2017

जिउतिया : गंगा में डुबकी के साथ व्रतियों ने किया नहाय-खाय, निर्जला व्रत आज

           
                        जिउतिया : गंगा में डुबकी के साथ व्रतियों ने किया नहाय-खाय, निर्जला व्रत आज



मिथिला:13-09-2017





पुत्रों की लंबी आयु के लिए किया जानेवाला जिउतिया पर्व मंगलवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया। इसके लिए सुबह से बरारी सहित अन्य गंगा घाटों पर व्रतियों ने स्नान कर पूजापाठ की और घरों में कई तरह के भोजन पकाकर खायीं। सुबह से ही बरारी गंगा घाट पर व्रती माताओं की भीड़ लगी रही। इसमें कुछ शहर की तो कुछ ग्रामीण क्षेत्रों से भी आई थीं। माताओं ने वहां नहाने के बाद पूजा-अर्चना की। सुबह चार बजे से शुरू हुआ नहाने का यह कार्यक्रम सुब नौ बजे के बाद तक चलता रहा। 



दिन में बने कई तरह के व्यंजन
व्रती माताओं ने मंगलवार को सुबह झिंगली की सब्जी, नोनी का साग और पूड़ी या मंडुआ की रोटी, चावल, दाल सहित कई तरह की सब्जियां बनाकर पूजापाठ कीं और उसे खाईं। कई जगहों पर व्रती महिलाओं ने पूर्वजों को झिंगली के पत्ते पर खल्ली और तेल चढ़ाया। यह सभी पूजा करने के बाद ही वे अनाज खाईं।
देर रात किया सरगही
मंगलवार की देर रात महिलाओं ने सरगही (ओठगन) की। सरगही में  कोई दही चूढ़ा खाया तो कोई झिंगली की सब्जी और पूड़ी तो कोई कुछ और व्यंजन खाया। बुधवार को व्रती माताएं दिनभर और रातभर निर्जला व्रत में रहेंगी। इस दौरान स्नान करने के बाद शाम को वे डलिया भरेंगी और फिर कथा सुनेंगी। गुरुवार को सुबह पूजापाठ के बाद वे पारण करेंगी। सरगही का समय मंगलवार रात 1.47 तक रहा।
सब्जी बाजार रहा खाली
नहाय-खाय की खरीदारी सोमवार को महिलाओं ने कर ली थी इसलिए मंगलवार को सब्जी बाजार में दुकानें कम लगी थीं और सब्जियों की वेरायटी भी ज्यादा नहीं थीं। लोगों ने बताया कि नहाय-खाय के दिन सब्जियों की खरीदारी नहीं होती है इसलिए सब्जी बाजार खाली था। लेकिन बुधवार को फिर से सब्जी बाजार में खूब रौनक रहेगी।


5 रुपए से 40 रुपए तक बिका जिउतिया 
इस पर्व में पारण के दिन जिउतिया पहनने की परंपरा है। इसको लेकर बाजार में तरह-तरह के जिउतिया बिक रहे हैं। 5 रुपए से लेकर 40 रुपए तक जिउतिया उपलब्ध हैं। मंगलवार को माताएं जिउतिया में सोने या चांदी का लॉकेटनुमा गुथवा रही थीं।



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