वर्षो से अधूरे है आंगनबाड़ी केंद्र
मिथिला: 12-12-2017
सुपौल प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र तारणहार की बाट जोह रहा है। एक ओर सरकार प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों को भवन मुहैया करा कर नौनिहालों को एक छत देना चाहती है तो दूसरी ओर क्षेत्र के ऐसे दर्जनों आंगनबाड़ी केंद्र हैं जो चार वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ है। क्षेत्र के अंतर्गत कुल 117 आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत है परन्तु फिलहाल 114 केंद्र संचालित हो रहे हैं जिसमें 90 प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों को अपनी जमीन नहीं है। अन्य केंद्रों को पक्का भवन सरकार के द्वारा निर्माण करा कर आंगनबाड़ी केंद्रों को सुपुर्द किया जा चुका है।
कुछ भवनों का निर्माण कार्य 2014-15 पंचायत सचिव के द्वारा विभिन्न पंचायतों में 7 लाख 48000 रुपए
की लागत से प्रारंभ किया गया जो अब तक पूरा नहीं किया जा सका है। जिसके चलते केंद्र किसी के दलान पर या तो किसी दरवाजे पर संचालित हो रहा है। पूछने पर कई पंचायत सचिव ने बताया कि जिस प्रकार आंगनबाड़ी को पूर्णिया का मॉडल दिया है उसके अनुपात में प्राक्कलित राशि कम है। राशि के कम रहने के कारण क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्र अधूरा पड़ा हुआ है। बताया कि राशि बढ़ाने के लिए कई बार जिलाधिकारी को सूचना दी गई है। राशि मिलने पर काम पूरा किया जाएगा।
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